हम अपने बच्चों को सिर्फ विनिंग मूवमेंट सेलेब्रेट करना सिखाना चाहते हैं।

फेल होने पर अपने बच्चे के साथ सेल्फी डाले तो मानूं कि उसके पेरेंट्स सच में एजुकेटेड हैं। 98℅ नम्बर्स लाने को सेलिब्रेट करना, बच्चों को अंतहीन कम्पटीशन में डालने जैसा है। ऐसा करके आप, न कहते हुए भी, और अधिक करने के लिए इशारा कर रहे हैं । लेकिन आप सच में बताइए, नम्बरों, सफलता-असफलताओं का कोई अंत है? कोई नहीं है। हम अपने बच्चों को सिर्फ विनिंग मूवमेंट सेलेब्रेट करना सिखाना चाहते हैं। यही कारण है कि आगे चलकर हम देखते हैं कि बड़े बड़े सक्सेजफुल पर्सनालिटी भी थोड़े से डाउन्स आने पर सुसाइड का रास्ता चुन लेते हैं।

जब आप 98% नम्बर्स को सेलेब्रेट कर रहे हैं तो याद रखिए आप अपने निर्दोष बच्चे को एक अंतहीन दौड़ में दौड़ने के लिए कह रहे हैं, जहां शांति नहीं है, जहां सिर्फ एक गलाकाट प्रतियोगिता है। जहां पर कल उसके पैर उखड़ेंगे, तब वह कोने में बैठकर रो रहा होगा। तब वह कोई भी असहज करने वाला रास्ता चुनेगा तो इसका जिम्मेदार आपका यही सेलिब्रेशन होगा जो आप आज मना रहे हैं। 

मैं इस बात को लेकर कन्फर्म हूँ कि वो लड़के/लड़की कभी खुदखुशी का रास्ता नहीं चुनेंगे जिनके पिताओं ने उन्हें "फेल" होने पर सहज होना सिखाया है।

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