प्यार दिल से या दिमाग से होता है
नोएडा के एक व्यस्त मॉल में हाथ में हाथ डालकर घूमते एक जोड़े के सामने जब यह सवाल रखा गया तो उनमें से एक ने दिमाग पर ज्यादा जोर दिए बिना एक बहुत सुना-सुनाया जवाब हमें दे दिया. जवाब कुछ यूं था - प्यार न दिल से होता है न दिमाग से, प्यार तो इत्तेफाक से होता है. उनका साथ दे रहीं मोहतरमा ने इस जवाब को थोड़ा और सुधारते हुए कहा – सच्चा प्यार तो इत्तेफाक के साथ-साथ किस्मत से ही होता है. इसके बाद हमने उनके जवाब को सहारा बनाते हुए अपनी पड़ताल आगे बढ़ाई कि आखिर प्यार दिल से होता है या दिमाग से?
असल में जब अच्छी किस्मत के चलते आपके साथ कोई खूबसूरत इत्तेफाक होता है तो कोई आपको सिर्फ एक ही पल में पसंद आ सकता है. इसे ही पहली नजर का प्यार कहते हैं. ऐसा हम नहीं बल्कि वैज्ञानिक शोध भी कह रहे हैं. किसी को देखते ही दिमाग में एक साथ कई केमिकल रिएक्शन होते हैं जिससे कोई व्यक्ति प्यार में पड़ जाता है. इसे कुछ इस तरह से कहा जा सकता है कि पहली नजर पड़ते ही आपका दिल किसी पर नहीं आता बल्कि आपके दिमाग में कोई आ जाता है. यानी कहने को कुछ भी कहें पर प्यार की शुरुआत दिल से नहीं दिमाग से होती है.
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